बड़ी सी कहानी
चुकलू को एक बड़ी सी कहानी सुननी थी... जो देर तक चलती जाए.... शुरू किया हमने और जोड़ते गए, जोड़ते गए.... till my best!!! और इस कहानी में बहुत सारे जानवर होने थे !!! तो बस बनने लगी एक नयी कहानी....
हालांकि वो ज्यादा खुश तो नहीं हुआ क्योंकि कहानी बहुत बड़ी नहीं हुई.... पर satisfied था।
दोस्ती की कहानी
एक जंगल में एक गैंडा घूम रहा था। तभी इसे सामने से एक बैल आता दिखाई दिया। दोनों ने एक दुसरे को देखा। बैल को गैंडा नहीं पसंद आया और गैंडे को भी बैल नहीं पसंद आया। वो दोनों लड़ाई करने लगे। दोनों को खून निकलने लगा। खूब चोट लगी और दोनों थक के गिर गए। तभी वहा से एक man गुजर रहा था। उसने दोनों को देखा और खूब डांटा - इतनी लड़ाई करते हो, शर्म नहीं आती , देखो कितनी चोट लगी है। चलो अपने अपने घर जाओ। डांट खा के वो दोनों अपने घर चले चले गए।
बैल की मम्मी ने घर में देखा की इसे इतनी चोट लगी है तो पुछा इतनी चोट कैसे लगी? बैल ने सोचा, सच बताऊंगा तो फिर से डाँट पड़ेगी, तो उसने कहा ऐसे ही गिर गया था। उधर गैंडे के पापा ने भी पुछा तो उसने भी यही जवाब दिया। पर उन दोनों मम्मी पापा को विश्वास नहीं हुआ। उन्होंने कहा की ये सब गिरने की चोट तो नहीं है। चलो दिखाओ कहा गिरे थे। तो बैल अपनी मम्मी को और गैंडा अपने पापा को ले के आये। वो दोनों फिर रास्ते में मिले और उन्होंने आपस में बात की कि जरूर ये दोनों बच्चे लड़ाई कर रहे होंगे तभी चोट लगी है इतनी। बैल और गैंडे को फिर से डांट पड़ी अपने मम्मी और पापा से। फिर मम्मी और पापा ने कहा की चलो दोस्ती करो और खबरदार जो कभी किसी से लड़ाई की। उन दोनों ने भी सोचा की एक तो लड़ाई कर के इतनी चोट लगी और ऊपर से डाँट भी पड़ी तो हम दोस्त ही बन जाते हैं और उन दोनों ने दोस्ती कर ली। फिर वो आपस में खेलने लगे।
वो खेल रहे थे तभी वहां एक बाघ (tiger) आया। वो बड़े ही गुस्से वाला था। उसने कहा गैंडे और बैल, मैं तुमसे लड़ाई करूँगा और तुम दोनों को हरा दूंगा। बैल को बड़ा गुस्सा आया और उसने उस बाघ को ज़ोर से सींग मार दी (ढूस दिया ) . बाघ गिर पड़ा और उसे खूब चोट आयी। उसने कहा मैं अभी अपने दोस्त शेर (lion) को ले के आता हूँ। वो बताएगा तुम दोनों को। फिर वो बाघ शेर के पास गया और बोला देखो एक बैल ने मुझे मारा, और बैल और गैंडा खेल रहे हैं। शेर को भी गुस्सा आ गया। वो गया वह जहा दोनों खेल रहे थे और उसने बैल पे हमला कर दिया। ये देख के गैंडा आया और उसने शेर को जोर से मारा। फिर बैल ने कहा छोड़ दो इसको। वैसे भी मम्मी ने लड़ाई करने से मन किया है। फिर उसने शेर और बाघ से कहा अगर तुम दोनों लड़ाई न करो तो तुम भी हमारे दोस्त बन सकते हो। उन दोनों ने बात मान ली... अब चारो दोस्त बन गए। उन सब ने खूब खेला खूब खेला।
खेलते खेलते उन्हें प्यास लग गयी। तो वो सब नदी पे गए। वह एक मगरमच्छ बैठा था। वो बिलकुल अकेला था उसका कोई दोस्त नहीं था। उसने इन चारो को देखा तो कहा, मुझे भी अपना दोस्त बना लो, तो इन लोगो ने उसे भी अपना दोस्त बना लिया।
फिर सबको भूख भी लग गयी थी। गैंडे ने नदी मछलियां पकड़ी खाने लिए,बैल ने तो हरी हरी घास खाई और बाघ और शेर ने एक शीप (भेड़ ) का शिकार किया। खा पी के सब अपने अपने घर चले गए। अगले दिन फिर से जो मिलना था उन्हें....
कहानी ख़त्म।
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