ये आईडिया तीनो को पसंद आया। फिर विनि ने कहा, मै तो एक ड्रैगन बनाऊंगा , टिगरु को हाथी बनाने का मन था और पिगी ने सोचा की उसे एक वुल्फ मतलब भेड़िया बनाना है। बस तीनो ने अपना अपना कागज़ लिया और बनाना शुरू किया। अब पिगी था सबसे छोटा, जहाँ विनि और टिगरु मजे से अपनी ड्राइंग बना रहे थे, पिगी को तो बनाना आ ही नहीं रहा था। थोड़ी कोशिश के बाद वो तो रोने लगा। विनि ने देखा तो पुछा क्या हुआ पिगी , तो पिगी ने कहा "मुझसे तो बन ही नहीं रहा, मै क्या करूँ?" विनि ने कहा " कोई बात नहीं, मै तुम्हारी मदद करूँगा" , और वो पिगी की हेल्प करने लगा भेड़िया बनाने में। ऐसे ड्राइंग बनाते बनाते काफी टाइम बीत गया
इस बीच टिगरु ने तो अपनी ड्राइंग पूरी कर ली और ख़ुशी ख़ुशी दोनों को दिखाई। विनि की मदद से भेड़िया भी बन गया। पर विनि का ड्रैगन नहीं बन पाया , लेकिन वो खुश था, उसने पिगी की मदद की थी।
तब तक शाम हो गई और वो खेलने बहार निकले। अपनी बॉल से वो खेल ही रहे थे की विनि ने ज़ोर से लात मारी और बॉल पेड़ में जा के अटक गयी। अब बॉल को कौन उतारे!!!! पिगी ने कहा, मैं जाता हु, मुझे आता है पेड़ पे चढ़ना। वो ऊपर चढ़ने लगा और बॉल ले ली। नीचे उतारते टाइम उसे एक सांप दिखा जो उसने चढ़ते टाइम नहीं देखा था !!!! अब तो वो डर गया और उसका हाथ पेड़ से छूट गया। पर वो उसी दाल पे गिरा जिसपर सांप था और सांप उसके नीचे दब गया। पिगी जल्दी जल्दी नीचे आ गया और वो तीनो वहा से भाग गए।
फिर वो ring a roses खेलने लगे। अब उसमे तीनो गोल गोल घूम रहे थे तो पिगी का हाथ छूटा और वो गिर गया, चोट लग गयी उसे। टिगरु जल्दी जल्दी दौड़ के गया और डॉक्टर जिराफ़ को बुला लाया। उन्होंने पिगी को दवाई दी और पट्टी बाँधी। फिर डॉक्टर ने कहा "अब चलो सब घर जाओ आराम करो। अब पिगी को दो तीन दिन नहीं खेलना है बहार। "
पिगी तो दुखी हो गया , पर विनि और टिगरु ने उससे कहा, दुखी मत हो पिगी, तुम नहीं जा पाओगे तो हम भी नहीं जाएंगे, हम सब indoor games खेलेंगे। और वो घर आ गए। पिगी को उसके घर छोड़ कर वो दोनों भी अपने अपने घर चले गए।
कहानी ख़तम!!!!!!